भारत ने G20 की अध्यक्षता के दौरान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिसने वैश्विक मंच पर देश की भूमिका को और मजबूत किया है। भारत ने अपने नेतृत्व में समावेशी विकास, सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) और डिजिटल नवाचार को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया।
G20 की अध्यक्षता में भारत की प्रमुख उपलब्धियाँ
1. वैश्विक समावेशिता और विकास
भारत ने G20 के माध्यम से वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए। भारत ने विकासशील और गरीब देशों की आवाज़ को मजबूत किया और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस पहल की।
2. डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा
भारत ने अपने G20 नेतृत्व में डिजिटल ट्रांजैक्शन और पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया। यूपीआई और आधार जैसी सफलताओं को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया गया, जिससे कई देशों को प्रेरणा मिली।
3. हरित और सतत विकास
भारत ने जलवायु परिवर्तन और हरित ऊर्जा के महत्व को प्रमुखता दी। G20 समिट में ‘ग्रीन डेवलपमेंट पैक्ट’ को अपनाया गया, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा और कार्बन न्यूनीकरण को बल मिला।
4. वैश्विक दक्षिण की आवाज़ को मजबूत किया
भारत ने G20 में वैश्विक दक्षिण (Global South) की चिंताओं को उठाने में अहम भूमिका निभाई। अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करना भारत की एक ऐतिहासिक उपलब्धि रही।
5. भारत की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा
भारत ने G20 समिट के दौरान अपनी सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रस्तुत किया। काशी, दिल्ली, बैंगलोर, और अन्य स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर पहुँचाया।
निष्कर्ष
G20 की अध्यक्षता भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था, जिसे देश ने पूरी प्रतिबद्धता और सफलता के साथ निभाया। भारत ने इस मंच का उपयोग वैश्विक समावेशिता, आर्थिक सुधार, हरित ऊर्जा और डिजिटल नवाचार को बढ़ावा देने के लिए किया। भारत की इन उपलब्धियों को Indiawaale.in के माध्यम से और अधिक विस्तार से समझा जा सकता है।
G20 के दौरान भारत ने जिस प्रकार से नेतृत्व किया, उससे यह स्पष्ट है कि देश आने वाले वर्षों में वैश्विक स्तर पर और भी बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।